सीतामढ़ी
आप सभी ने जो स्नेह, जो आशीर्वाद और जो अटूट विश्वास मुझे दिया है—वह मेरे लिए किसी पद या जीत से कहीं बड़ा

आप सभी ने जो स्नेह, जो आशीर्वाद और जो अटूट विश्वास मुझे दिया है—वह मेरे लिए किसी पद या जीत से कहीं बड़ा है। यह विजय सिर्फ एक परिणाम नहीं, बल्कि आपके दिलों में बसे अपनत्व का वरदान है, जिसे मैं जीवन भर संभालकर रखूँगा।
बाजपट्टी की जनता ने जो भरोसा मेरे कंधों पर रखा है, उसे पूरा करने के लिए मैं दिन-रात आपकी चौखट पर रहकर, आपके दुःख-सुख में साथ खड़े होकर, और आपके सपनों को साकार करने के लिए पूरी निष्ठा से कार्य करता रहूँगा।
आज यह स्पष्ट है—
बाजपट्टी की जनता ने न सिर्फ मुझे जिताया है, बल्कि मुझे अपना माना है।
और आपका यह अपनापन ही मेरी शक्ति है।
पूरी निष्ठा, समर्पण और संकल्प के साथ—
मैं सिर्फ आपके लिए, आपके बीच, और आपके विकास के लिए समर्पित रहूँगा।


