भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता व पूर्व विधायक प्रेम रंजन पटेल का प्रेस बयान

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता व पूर्व विधायक प्रेम रंजन पटेल का प्रेस बयान।
कांग्रेस पार्टी की आजादी उपरांत पहली बार बिहार में CWC बैठक महज अपनी राजनीतिक ज़मीन और अस्तित्व बचाने की कवायद भर है। बिहार की जनता जानती है कि कांग्रेस का कोई स्वतंत्र जनाधार नहीं बचा है, इसलिए यह बैठक महागठबंधन में सीटों के लिए दबाव बनाने की रणनीति से अधिक कुछ नहीं है।
दरअसल, कांग्रेस पहले भी इसी प्रकार का नाटक कर चुकी है। राहुल गांधी की तथाकथित “वोट अधिकार यात्रा” भी इसी मकसद से की गई थी, ताकि किसी तरह गठबंधन में हिस्सेदारी बढ़ाई जा सके। लेकिन हकीकत यह है कि कांग्रेस का जनाधार लगातार सिमट रहा है और जनता कांग्रेस की राजनीति को पूरी तरह नकार चुकी है।
बिहार की राजनीति में कांग्रेस आज सिर्फ बोझ है। महागठबंधन की राजनीति में भी कांग्रेस अपनी गिनती दिखाने और दबाव बनाने से आगे नहीं बढ़ पाती। जनता जान चुकी है कि कांग्रेस न विकास के मुद्दे पर खड़ी है, न ही गरीब और किसान के सवालों पर। यही कारण है कि उनकी बैठकों और यात्राओं का कोई असर जनता पर नहीं पड़ रहा।
असल में कांग्रेस की CWC बैठक हो या राहुल गांधी की यात्रा, यह सब केवल सीटों की सौदेबाज़ी और सियासी अस्तित्व बचाने की कवायद है, न कि जनता के मुद्दों की लड़ाई।



